Pahli Boond (पहली बूंद) कविता प्रश्न उत्तर – क्लास 6 हिन्दी मल्हार

Class 6 Hindi Chapter 3  ‘पहली बूंद’  Questions Answers NCERT Textbook मल्हार: Here CBSE Class 6 Students would find NCERT Solutions for the Chapter 3 ‘पहली बूंद’ given in the Class 6 Hindi textbook titled ‘मल्हार’।
Class 6 Hindi Chapter 3 ‘पहली बूंद’ प्रश्न और उत्तर एनईआरटी पाठ्यपुक मल्हार: यहाँ पर सीबीएसई कक्षा 6 के छात्र ‘मातृभूमि अध्याय 1 के लिए एनसीईआरटी समाधान प्राप्त कर सकते हैं, जो कक्षा 6 हिंदी पाठ्यपुस्तक ‘मल्हार’ में दिया गया है।

Class 6 NCERT Chapter 3 ‘पहली बूंद’ Question answers

‘पहली बूंद’ कविता NCERT Solutions for Class 6 Hindi are available here. This educational material has been prepared carefully for students studying Class 6 Hindi NCERT Textbook ‘मल्हार’. Chapter 3 ‘पहली बूंद’ NCERT Solutions for Class 6 would assist students in their exam preparation. We have included all the questions and answers from Chapter 1 मातृभूमि of the Class 6 Hindi NCERT textbook ‘मल्हार’.

1. कविता में ‘नव-जीवन की ले अँगड़ाई’ किसके लिए प्रयुक्त हुआ है?

  • बादल
  • बूँद
  • अंकुर
  • पावस

✔️ उत्तर: “अंकुर” — क्योंकि कविता में अंकुर के फूटने को नए जीवन की अंगड़ाई कहा गया है।

2. ‘नीले नयनों-सा यह अंबर, काली पुतली-से ये जलधर’ में ‘काली पुतली’ है—

  • बारिश की बूँदें
  • वृद्ध धरती
  • नगाड़ा
  • बादल

✔️ उत्तर: “बादल” — क्योंकि पंक्ति में बादलों की तुलना काली पुतली से की गई है।

प्रश्न 1: ‘नव-जीवन की ले अंगड़ाई’ किसके लिए प्रयोग हुआ है?
उत्तर: अंकुर
कारण:
कविता की पंक्ति है — “अंकुर फूट पड़ा धरती से, नव-जीवन की ले अंगड़ाई”
इसमें साफ लिखा है कि अंकुर (छोटा पौधा) धरती से बाहर आ गया।
जब कोई बीज अंकुर बनता है, तो वो नया जीवन कहलाता है।
इसलिए यह पंक्ति “अंकुर” के लिए है।

प्रश्न 2: ‘काली पुतली’ से क्या मतलब है?
उत्तर: बादल
कारण:
कविता की पंक्ति है — “नीले नयनों-सा यह अंबर, काली पुतली-से ये जलधर”
यहाँ “अंबर” यानी आकाश को “नीली आँख” कहा गया है,
और “जलधर” यानी बादलों को “काली पुतली” कहा गया है।
आँखों में काली पुतली होती है जैसे नीले आकाश में काले बादल।


पंक्ति 1:

“आसमान में उड़ता सागर, लगा बिजलियों के स्वर्णिम पर,
बजा नगाड़े जगा रहे हैं, बादल धरती की तरुणाई।”

सरल अर्थ:

  • समुद्र का पानी बादल बनकर आकाश में उड़ रहा है।
  • वह बिजली के चमकते, सुनहरे पंखों पर सवार है।
  • बादल गरज (नगाड़े जैसे) रहे हैं।
  • उनकी गड़गड़ाहट से धरती की जवानी और ताजगी (तरुणाई) जाग उठी।

बच्चों की अपनी भाषा में विचार:

“यह पंक्ति मुझे यह दिखाती है कि बादल कैसे समुद्र से उड़कर आकाश में आते हैं।
बिजली और बादल मिलकर ऐसा लगता है जैसे आसमान में कोई उत्सव हो रहा हो।
बादल की आवाज़ सुनकर धरती भी उठ बैठती है और फिर से हरी-भरी बनने लगती है।”

पंक्ति 2:

“नीले नयनों-सा यह अंबर, काली पुतली-से ये जलधर।
करुणा-विगलित अश्रु बहाकर, धरती की चिर-प्यास बुझाई।”

सरल अर्थ:

  • आकाश नीली आँखों जैसा दिखता है।
  • उसमें जो बादल हैं, वे काली पुतली जैसे लगते हैं।
  • बादल जैसे दया के आँसू बहा रहे हैं।
  • उन आँसुओं (बारिश) से धरती की बहुत पुरानी प्यास बुझ गई।

बच्चों की अपनी भाषा में विचार:

“यह पंक्ति मुझे यह समझाती है कि आकाश और बादल आँखों की तरह हैं।
बादल जब बारिश करते हैं, तो लगता है जैसे वे दया के आँसू बहा रहे हैं।
इन बूँदों से धरती को बहुत राहत मिलती है, जैसे किसी को बहुत समय बाद पानी मिला हो।”


प्रश्न 1: बारिश की पहली बूँद से धरती का हर्ष कैसे प्रकट होता है?

उत्तर:

  • बारिश की पहली बूँद गिरते ही धरती पर अंकुर फूट पड़ते हैं।
  • धरती मुस्कुराती है जैसे उसे अमृत मिल गया हो।
  • सूखे अधर (होंठ) भी भीग जाते हैं और हरियाली छा जाती है।
  • धरती पुलकित हो उठती है और हरी घास जैसे रोमावली दिखने लगती है।
  • यह सब देखकर लगता है कि धरती बहुत खुश, जीवंत और सजीव हो गई है।

प्रश्न 2: कविता में आकाश और बादलों को किनके समान बताया गया है?

उत्तर:

  • आकाश को नीली आँखों (नीले नयन) जैसा बताया गया है।
  • बादलों को काली पुतली के समान बताया गया है।
  • इससे आकाश और बादल मिलकर एक सुंदर आँख की कल्पना करते हैं।
  • यह तुलना बहुत कोमल और कल्पनात्मक है।

प्रश्न में जो पंक्तियाँ दी गई है उनमें आलंकारिक भाषा का प्रयोग किया गया है जो पंक्तियों को सुंदर ओर प्रभावी बना देती है।

कुछ दृश्यों को ‘पहली बूंद’ कविता से पहचान कर यहाँ हम दे रहे हैं। साथ में चर्चा के रूप में उनके अर्थ पर चर्चा की गई है।
यहाँ दो उत्तर के सेट दिए गए हैं जिससे आपको ओर अच्छे ढंग से इस प्रश्न को करने में मदद मिल जाए।

Answer Set – 1

1. “आसमान में उड़ता सागर, लगा बिजलियों के स्वर्णिम पर”

भावार्थ:

  • यह कल्पना है कि जैसे समुद्र का पानी बादल बनकर आकाश में उड़ रहा है।
  • बिजलियाँ उसके सुनहरे पंख हैं।
  • यह दृश्य कविता को बहुत ही जीवंत और कल्पनापूर्ण बना देता है।
    (बच्चों को लगता है मानो समुद्र उड़ रहा है!)

2. “धरती के सूखे अधरों पर, गिरी बूँध अमृत-सी आकर”

भावार्थ:

  • धरती के होंठ (अधर) सुखे थे, जैसे प्यासी थी।
  • बारिश की बूँद अमृत बनकर उस पर गिरी।
  • यह दृश्य धरती को एक इंसान की तरह दर्शाता है — जो बारिश पाकर मुस्कुराती है।

3. “बजा नगाड़े जगा रहे हैं, बाल धरती की तरुणाई”

भावार्थ:

  • बादलों की गरज को नगाड़े की आवाज़ बताया गया है।
  • वह आवाज़ धरती की तरुणाई (जवानी, ताजगी) को जगा रही है।
  • यह दिखाता है कि बारिश से धरती में नयी ऊर्जा आ जाती है।

4. “नीले नयनों-सा यह अंबर, काली पुतली-से ये जलधर”

भावार्थ:

  • आकाश को नीली आँखों की तरह बताया गया है।
  • बादलों को काली पुतली कहा गया है।
  • यह बहुत सुंदर मानवीय कल्पना है।

5. “नव-जीवन की ले अंगड़ाई”

भावार्थ:

  • जब अंकुर निकलते हैं तो ऐसा लगता है जैसे नया जीवन अंगड़ाई ले रहा हो।
  • यह कल्पना धरती को फिर से जीवंत होती हुई दिखाती है।

निष्कर्ष: इन सभी कल्पनाशील दृश्यों ने कविता को खूबसूरत, जीवंत और आनंददायक बना दिया है।
बच्चों के मन में यह चित्र उभरते हैं और वे प्रकृति के साथ जुड़ाव महसूस करते हैं।

Answer Set – 2

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यहाँ हम आपके लिए शब्द “फूट” का प्रयोग करके भिन्न-भिन्न अर्थों में सरल और छोटे वाक्य बना के दे रहे हैं ।

शब्द: फूट – एक शब्द, कई अर्थ
नीचे “फूट” शब्द का उपयोग अलग-अलग अर्थों में किया गया है:

1️⃣ अर्थ: अंकुर निकलना (उगना)

वाक्य:
बारिश होते ही बीज से अंकुर फूट पड़ा।
(यहाँ “फूट” का अर्थ है — नया पौधा निकलना)

2️⃣ अर्थ: टूटना / फटना

वाक्य:
गर्मी में घड़ा सूखकर फूट गया।
(यहाँ “फूट” का अर्थ है — टूटना)

3️⃣ अर्थ: मनमुटाव या झगड़ा पैदा होना

वाक्य:
अंग्रेज़ों की नीति थी — फूट डालो और राज करो।
(यहाँ “फूट” का अर्थ है — झगड़ा या अलगाव)

4️⃣ अर्थ: भावनाओं का फूट पड़ना (जैसे रो पड़ना)

वाक्य:
दुख की खबर सुनकर वह रो पड़ा, आँखों से आँसू फूट पड़े।
(यहाँ “फूट” का अर्थ है — जोर से बहना)

5️⃣ अर्थ: छिपी बात का खुल जाना / भेद खुलना

वाक्य:
चोरी की बात जब फूट गई तो सब हैरान रह गए।
(यहाँ “फूट” का अर्थ है — भेद खुलना)

Another Set of Answers

नीचे “फूट” शब्द के पाँच अलग-अलग अर्थों में प्रयोग किए गए वाक्य दिए गए हैं:

  1. अंकुरण (उगना)
    – बगीचे में सिंचाई होते ही मटर के पौधे से हरे-भरे अंकुर फूट पड़े।
  2. शुरुआत होना / अचानक होना
    – दोस्तों की बातें सुनकर उसकी आँखों में हँसी फूट पड़ी।
  3. टूटना / चीर-फाड़ होना
    – खेलने के दौरान पत्थर से टकराकर उस मिट्टी के घड़े का बर्तन फूट गया।
  4. बह निकलना / झरना
    – दुखद समाचार सुनकर उसकी आँखों से आँसू फूट पड़े।
  5. बिखरना / फैल जाना
    – स्कूल की छुट्टी होते ही बच्चे जोर-जोर से हँसते हुए इधर-उधर फूट पड़े।

इस प्रश्न में संयुक्त शब्दों (समास) और शब्द रचना को समझने का अवसर दिया गया है ।

यहाँ ‘धर’ शब्द से बने कुछ सामान्य और सुंदर संयुक्त शब्द (compound words) और उनके सरल अर्थ दिए गए हैं —

शब्दसरल अर्थ (हिंदी में)
जलधरजल को धारण करने वाला (बादल या समुद्र)
मेघधरमेघ (बादल) को धारण करने वाला — इंद्र
धरणीधरधरती को धारण करने वाला — भगवान शेषनाग
धनधरधन रखने वाला / अमीर व्यक्ति
शस्त्रधरशस्त्र (हथियार) रखने वाला व्यक्ति
धर्मधरधर्म का पालन करने वाला
रथधररथ रखने वाला (रथ का स्वामी)
गजधरहाथियों का स्वामी / हाथी रखने वाला

बच्चों को समझने के लिए उदाहरण:

  • “जलधर” में जल + धर = जो जल को धारण करे = बादल
  • “मेघधर” में मेघ + धर = जो मेघों (बादलों) को धारण करे = इंद्र
  • “धनधर” में धन + धर = जो धन को धारण करे = अमीर
  • “शस्त्रधर” में शस्त्र + धर = जो हथियार रखे = योद्धा

नीचे कुछ ओर प्रसिद्ध शब्द दिए हैं, जिन में ‘धर’ जुड़कर नए-नए अर्थ बनते हैं।

शब्दरचनाशाब्दिक अर्थउपयोग (Who/What it refers to)
जलधरजल + धरजल को धारण करने वालासमुद्र या बादल
श्रीधरश्री + धरश्री (सम्पत्ति, सौभाग्य) को धारण करने वालाभगवान विष्णु का एक नाम
चंद्रधरचंद्र + धरचंद्र (चाँद) को धारण करने वालाचाँद
विष्णुधरविष्णु + धरविष्णु (भगवान विष्णु) को धारण करने वालाभगवान विष्णु
मुकुंदधरमुकुंद + धरमुकुंद (मोक्ष देने वाला) को धारण करने वालाभगवान श्रीकृष्ण (एक नाम)
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क्रमप्रश्नउत्तर
एक प्रकार का वाद्य यंत्रनगाड़ा
आँख के लिए एक अन्य शब्दनयन
जल को धारण करने वालाजलधर
एक प्रकार की घासदूब
आँसू का समानार्थीअश्रु
आसमान का समानार्थी शब्दअंबर

बच्चों के इसका उत्तर स्वयं तैयार करना चाहिए । पर हम यहाँ नमूने के तैर पर उत्तर दे रहे हैं।

1:बारिश आने पर आपको कैसा लगता है?

उत्तर:
बारिश आने पर मुझे बहुत अच्छा लगता है।
ठंडी हवा चलती है और मिट्टी से प्यारी खुशबू आती है।
मैं खिड़की से बाहर देखता हूँ और बूँदों को गिरते हुए देखता हूँ।
कभी-कभी मैं छतरी लेकर बाहर भी चला जाता हूँ।
बारिश मुझे बहुत खुश और ताज़ा महसूस कराती है।

2: आपको कौन-सी ऋतु सबसे अधिक प्रिय है और क्यों?

उत्तर:
मुझे वर्षा ऋतु (बारिश का मौसम) सबसे अधिक प्रिय है।
इस मौसम में सब कुछ हरा-भरा हो जाता है।
पक्षी गाना गाते हैं और मेंढक टर्र-टर्र करते हैं।
मुझे बारिश में गरम पकौड़े खाना बहुत अच्छा लगता है।
यह ऋतु मुझे प्रकृति के करीब महसूस कराती है।


बच्चों को इसका उत्तर स्वयं लिखना चाहिए क्योंकि यह गतिविधि बच्चों में रचनात्मक लेखन, अभिव्यक्ति, और समाचार की शैली में बोलने/लिखने की आदत डालती है।

हम उदाहरण के रूप में दो आँखों देखा समाचार लेख यहाँ दे रहे हैं –

आँखों देखा हाल — बारिश के दौरान एक संवाददाता की रिपोर्ट

संवाददाता: अजीत सिंह, कक्षा 6
स्थान: गांव खेड़ा
समय: सुबह 7 बजे

नमस्कार!
मैं हूँ नयन शर्मा और इस समय मैं अपने गाँव खेड़ा से रिपोर्ट कर रहा हूँ।
यहाँ आज सुबह से तेज बारिश हो रही है।
आसमान काले बादलों से भर गया है और हवा ठंडी चल रही है।

सड़कें पानी से भर गई हैं और बच्चे रेनकोट पहनकर स्कूल जा रहे हैं।
कुछ जगहों पर जलभराव हो गया है और लोगों को आने-जाने में परेशानी हो रही है।
कई पेड़ भी तेज हवा से झुक गए हैं।

हालाँकि यह बारिश किसानों के लिए बहुत खुशखबरी है क्योंकि उनकी फसलें अब अच्छे से उगेंगी।
लोग गरम चाय और पकौड़ों का आनंद ले रहे हैं।

कैमरामैन के साथ मैं, अजीत सिंह बोलता भारत समाचार
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समाचार विवरण (News Report)

“तीन दिन से लगातार बारिश, कई इलाके जलमग्न”

संवाददाता: अजीत सर

आज हमारे गाँव में सुबह से तीन दिन तक रुक-रुक कर तेज बारिश हुई। इस वजह से कई मैदान और सड़कें पानी से भर गईं। कुछ घरों के निचले भाग में पानी घुस गया।

विस्तार:

  1. बारिश का असर:
    • लगातार बारिश से खेतों में खड़ी फसलें डूब गईं।
    • सड़कों पर तालाब जैसे जलसतह बन गए, गाड़ियाँ नहीं चल पा रहीं।
    • बारिश के पानी से बैरगंगा नाला उफान पर आ गया।
  2. लोगों की मुश्किलें:
    • घरों में पानी भरने से सबसे ज्यादा परेशानी बुजुर्गों व छोटे बच्चों को हो रही है।
    • बाज़ार जाने-आने में दिक्कत, दवाइयां और रोटी-पानी ले जाना कठिन हो गया।
    • बिजली गुल हो जाने से रात में अँधेरा रहा।
  3. राहत एवं बचाव कार्य:
    • गाँव के प्रधान ने वाटर पंप चलाकर कुछ घरों से पानी बाहर निकाला।
    • स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र में बचाव टीमें तैनात हैं।
    • स्कूल बंद कर दिए गए, बच्चों को सुरक्षित घर में रहने की सूचना मिली।

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इसी तरह के अन्य समाचार बच्चे इन विषयों पर बना सकते हैं:

  • भीषण गर्मी में स्कूल की छुट्टी का समाचार
  • तेज सर्दी में अलाव जलाने का दृश्य
  • बाढ़ से गाँव में पानी भरने का हाल
  • या बिजली कटने की परेशानी

pahli boond poem class 6 hindi book malhar

यह एक पौधे का चित्र है जो रेगिस्तानी या सूखी ज़मीन पर भी खिल रहा है, और अपने बीच से एक सुंदर सफेद फूल को ऊपर उठा रहा है। यह चित्र संघर्ष, जीवन शक्ति और उम्मीद का प्रतीक है।

इस चित्र के लिए एक उपयुक्त नाम हो सकता है:

अन्य कुछ नामों के सुझाव भी देखिए:
बच्चे इनमें से कोई भी नाम अपनी समझ से चुन सकते हैं, या अपनी कल्पना से नया नाम दे सकते हैं —

पहली बूंद कविता क्लास 6 हिन्दी मल्हार

बच्चों को ये गतिविधि (Activity) स्वयं करने के लिए है। यह बहुत ही रोचक खोजबीन है! नीचे दी गई सूची में कुछ आम वाद्ययंत्र हैं जो भारत के विभिन्न उत्सवों में बजाए जाते हैं। आप अपनी जगह (गाँव/शहर/स्कूल) के हिसाब से इनमें से चुन सकते हैं, इनके बारे में जानकारी इकट्ठा कर सकते हैं, और फिर अपने समूह में इस तरह चर्चा कर सकते हैं:

पहली बूंद कविता क्लास 6 हिन्दी मल्हार

बच्चों को स्वयं इस गतिविधि को करके आनंद उठाना चाहिए:

यहाँ उदाहरण के तौर पर इंद्रधनुष बना के ओर उस पर कविता लिख कर दे रहे हैं।


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