Class 6 Hindi ‘Haar ki Jeet’ Chapter Notes: If you’re searching for CBSE Class 6 Hindi Malhar Book Chapter 4 ‘Haar ki Jeet’ summary, character sketches, and more, your search ends here! These notes on the ‘Haar ki Jeet’ chapter will enhance your understanding of the subject and improve your exam performance.
कक्षा: 6 हिन्दी नोट्स – पाठ: हार की जीत | लेखक: सुदर्शन
(एनसीईआरटी पुस्तक मल्हार)
कक्षा 6 हिंदी ‘हार की जीत’ अध्याय नोट्स: यदि आप सीबीएसई कक्षा 6 हिंदी मल्हार पुस्तक अध्याय 4 ‘हार की जीत’ सारांश, शब्दार्थ, विषय वस्तु , चरित्र चित्रण, जैसी चीजें खोज रहे हैं, तो आपकी खोज यहाँ समाप्त होती है! ‘हार की जीत’ अध्याय पर ये नोट्स पाठ ओर विषय की आपकी समझ को बढ़ाएंगे और आपकी परीक्षा के प्रदर्शन में सुधार करेंगे।
हार की जीत का सारांश :
यह कहानी एक साधु बाबा भारती, एक सुंदर और बलवान घोड़े ‘सुलतान’, और एक डाकू ‘खड्गसिंह’ की है।
बाबा भारती को अपने घोड़े सुलतान से बहुत प्यार था। वे उसकी देखभाल खुद करते थे और रोज शाम को उस पर सवारी करते थे।
एक दिन खड्गसिंह, जो एक डरावना डाकू था, बाबा से मिलने आया। उसने सुलतान को देखा और उसे पाने की इच्छा की।
कुछ समय बाद वह एक चाल चलकर बाबा को धोखा देकर सुलतान को चुरा ले गया।
बाबा भारती को बहुत दुख हुआ, लेकिन उन्होंने खड्गसिंह से केवल एक वादा लिया —
“इस चोरी की बात किसी को मत बताना, वरना लोग गरीबों पर भरोसा करना छोड़ देंगे।”
बाबा भारती का यह नेक दिल देखकर खड्गसिंह को बहुत पछतावा हुआ। वह रात के अंधेरे में चुपचाप घोड़ा लौटाकर चला गया।
सुबह जब बाबा भारती ने सुलतान को देखा तो बहुत खुश हुए और बोले —
“अब कोई गरीबों की मदद से मुंह नहीं मोड़ेगा।”
मुख्य बातें:
- बाबा भारती: त्यागी, साधु, दयालु और नेक इंसान
- सुलतान: सुंदर और प्यारा घोड़ा
- खड्गसिंह: पहले लालची डाकू, बाद में पछताया और सुधर गया
शिक्षा (Moral):
- सच्ची भलाइयों और नेक इरादों से बुरे लोगों का भी मन बदला जा सकता है।
- विश्वास और दया की शक्ति सबसे बड़ी होती है।
- हारने के बाद भी यदि आपका व्यवहार ऊँचा हो, तो वही असली जीत होती है — इसीलिए कहानी का नाम है ‘हार की जीत’।
Summary of Haar Ki Jeet – Class 6 Hindi Book Malhar
This is the story of Baba Bharti, a kind and saintly man, his beautiful and strong horse Sultan, and a feared dacoit (robber) named Khadag Singh.
Baba Bharti loved his horse Sultan very much. He had given up all worldly pleasures and lived a peaceful life in a small hut, worshipping God and caring for his horse.
One day, Khadag Singh visited Baba Bharti to see the famous horse. He saw the horse and secretly decided to steal it, thinking that such a fine horse should belong to someone powerful like him, not a simple saint.
Later, Khadag Singh pretended to be a helpless disabled man. Baba Bharti, full of kindness, helped him and let him ride Sultan. But as soon as the dacoit sat on the horse, he ran away with it. Baba Bharti was shocked and deeply hurt.
Still, Baba Bharti only made one request:
“Please don’t tell anyone how you tricked me. If people hear this, they may stop trusting and helping the poor.”
Khadag Singh was surprised by this. He felt guilty and ashamed. That very night, he returned the horse silently and with tears in his eyes.
The next morning, Baba Bharti found Sultan and was overjoyed. He hugged the horse and said:
“Now people will not stop helping the poor.”
Main Message / Moral:
- Kindness and goodness can change even the hardest hearts.
- True victory lies in high thinking and selfless behavior.
- Even in loss, one can win if their values remain strong — that’s why the story is called “The Victory in Defeat.”
पाठ ‘हार की जीत’ की शिक्षा (नीति / मूल संदेश):
पाठ ‘हार की जीत’ में शिक्षा मिलती है — दयालुता, क्षमा, नेकी और विश्वास की
- दयालुता और अच्छे विचारों से किसी का भी हृदय बदला जा सकता है।
बाबा भारती की विनम्रता और भलाई ने एक निर्दयी डाकू खड्गसिंह को भी बदल दिया। - गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करना नहीं छोड़ना चाहिए।
बाबा भारती को धोखा मिला, फिर भी उन्होंने केवल इतना कहा — “इस बात को किसी से मत कहना, नहीं तो लोग गरीबों पर भरोसा करना छोड़ देंगे।” - सच्ची जीत बदले में नहीं, बल्कि क्षमा और नेकी में होती है।
बाबा भारती ने घोड़े को चुराने वाले से न बदला लिया, न गुस्सा किया, फिर भी आखिर में वही जीत गए।
बदले की सोच के बजाय ममता और भलाई अपनाने से ही वास्तविक जीत मिलती है।
इसलिए इस कहानी की मुख्य सीख है:
- “सच्ची जीत हमेशा नेकी, दया और विश्वास की होती है।”
“भलाई कभी हारती नहीं — यह सबसे बड़ी ताकत होती है।” - भलाई करने वाले को लोग हमेशा याद रखते हैं।
- अगर हम बदले की जगह दयालुता और क्षमा चुनें, तो समाज में प्यार और विश्वास बना रहेगा।
संक्षेप में:
“दया और विश्वास ही सच्ची जीत हैं।”
Moral of the Story “Haar Ki Jeet”:
The story teaches us that:
- Kindness and goodness can change people’s hearts — even a cruel robber like Khadag Singh became a good person because of Baba Bharti’s kindness.
- We should never lose trust in helping others, especially the poor and needy. Baba Bharti forgave the thief but asked him not to tell others, so people don’t stop helping the poor.
- True victory is in goodness, not in taking revenge. Baba Bharti did not fight or scold the thief. Instead, his calm and wise words made a bigger impact.
🌟 So the main moral is:
“Even if someone cheats you, don’t lose your goodness. Goodness always wins in the end.”
Or simply:
“Kindness is the real strength.”
हार की जीत से मिलने वाली शिक्षा के कुछ उदाहरण
पाठ ‘हार की जीत’ से जो सीख मिलती है — दयालुता, क्षमा, नेकी और विश्वास की शक्ति — उसे समझने के लिए हम कुछ और सरल और बच्चों के लिए उपयुक्त उदाहरण देख सकते हैं:
एक बच्चा और भूखा कुत्ता
एक बार एक बच्चा अपने टिफिन से आधा खाना निकालकर एक भूखे कुत्ते को दे देता है।
👉 वह जानता है कि वह खुद कम खाएगा, पर भूखे को खाना देने से उसे ज्यादा खुशी मिलती है।
यह है सच्ची भलाई और करुणा की मिसाल।
दोस्त की गलती माफ करना
अगर आपका कोई दोस्त आपकी चीज़ लेकर भूल जाए या गलती से तोड़ दे, और आप उसे माफ कर दें, तो वह दोस्त शायद जीवनभर आपकी ईमानदारी और क्षमा को याद रखेगा।
👉 यही है बदले की बजाय क्षमा की ताकत।
‘हार की जीत’ की तरह एक और कल्पना
अगर कोई बच्चा आपका खिलौना चुरा ले और बाद में आपको यह समझ में आए कि वह बहुत गरीब है और उसने कभी खिलौना नहीं देखा — और आप उसे माफ करके वह खिलौना उसे दे दें —
👉 तो आप भी बाबा भारती की तरह उच्च सोच वाले बन जाते हैं।
कुछ अन्य उदाहरण:
1. भगवान राम द्वारा विभीषण को अपनाना
📖 रामायण से
जब रावण का भाई विभीषण रावण को छोड़कर भगवान राम की शरण में आया, तो सबने कहा कि उस पर विश्वास मत करो — वह रावण का भाई है।
लेकिन भगवान राम ने कहा:
“जो भी मेरी शरण में आता है, मैं उसे स्वीकार करता हूँ।”
👉 यह है दया, विश्वास और क्षमा का सुंदर उदाहरण।
रामायण और महाभारत में कई पात्र शक्ति रखते हुए भी दया, क्षमा और विश्वास को चुनते हैं।
हार की जीत की तरह, इन उदाहरणों से हमें सीखने को मिलता है कि नेकी और भलाई ही असली ताकत होती है।
2. ईसा मसीह (Jesus Christ – Middle East)
जब उन्हें सलीब पर चढ़ाया जा रहा था, तो उन्होंने कहा —
“हे प्रभु! इन्हें क्षमा करना, क्योंकि ये नहीं जानते ये क्या कर रहे हैं।”
इतनी कठिन परिस्थिति में भी क्षमा करना, यह बहुत बड़ी बात थी।
👉 शिक्षा: सच्ची शक्ति क्षमा में होती है।
3. गांधी जी और जूते का किस्सा
एक बार महात्मा गांधी का एक जूता ट्रेन से नीचे गिर गया। उन्होंने बिना सोचे-समझे दूसरा जूता भी उतारकर नीचे फेंक दिया। जब लोगों ने कारण पूछा, तो उन्होंने कहा —
“शायद किसी गरीब को दोनों जूते मिल जाएं, तो वह पहन सके।”
👉 यह दयालुता और दूसरों के बारे में सोचने की सीख है।
4. महात्मा गांधी की दक्षिण अफ्रीका की यात्रा
गांधी जी को दक्षिण अफ्रीका में ट्रेन से नीचे फेंक दिया गया क्योंकि वे भारतीय थे।
उन्होंने बदला नहीं लिया, बल्कि अहिंसा और सत्याग्रह का रास्ता अपनाया।
👉 दुनिया ने उन्हें सम्मान दिया — और इसी हार ने उन्हें महापुरुष बना दिया।
👉 शिक्षा: बदले से नहीं, भलाई और सच्चाई से जीत होती है।
5. नेल्सन मंडेला (South Africa)
नेल्सन मंडेला को 27 साल जेल में रखा गया था।
जेल से निकलने के बाद उन्होंने बदला नहीं लिया, बल्कि सभी से दोस्ती और भाईचारे की बात की।
उन्होंने कहा:
“अगर मैं गुस्से और नफरत के साथ जेल से बाहर आता, तो मैं अभी भी कैदी ही होता।”
👉 शिक्षा: क्षमा और मेल-जोल से ही सच्ची शांति आती है।
6. ऐनी फ्रैंक (Germany – Jewish Girl)
ऐनी फ्रैंक एक यहूदी लड़की थी जो नाजियों से छिपकर रहती थी।
अपने डर और दर्द के समय में भी उसने अपनी डायरी में प्यार और उम्मीद की बातें लिखीं।
👉 शिक्षा: अंधेरे समय में भी अच्छे विचार और नेकी की ताकत बनी रह सकती है।
7. मालाला यूसुफजई (Pakistan)
मालाला को स्कूल जाने के कारण गोली मार दी गई थी।
फिर भी उसने कभी गुस्सा नहीं किया, बल्कि सबके लिए शिक्षा की मांग की।
वह नोबेल पुरस्कार पाने वाली सबसे युवा लड़की बनी।
👉 शिक्षा: शिक्षा और प्रेम की शक्ति, नफरत से बड़ी होती है।
✅ सारांश:
इन सभी उदाहरणों में हम देखते हैं कि —
“दयालुता, क्षमा और नेक सोच से इंसान सच्चा विजेता बनता है।”
“बुराई को भलाई से हराया जा सकता है।”
“सच्ची जीत दिलों को जीतने में है, न कि लड़ाई में।”
यह वही बात है जो ‘हार की जीत’ कहानी हमें सिखाती है।
हार की जीत के पात्रों का चरित्र चित्रण
नीचे कहानी ‘हार की जीत’ के तीनों मुख्य पात्रों का संक्षिप्त चरित्र-चित्रण (Character Sketch in Hindi) दिया गया है:
1. बाबा भारती
- बाबा भारती एक त्यागी और भक्त संत थे।
- उन्होंने धन-दौलत और शहर का जीवन छोड़ दिया था।
- उन्हें अपने घोड़े सुलतान से बहुत लगाव था।
- वे दयालु और क्षमाशील व्यक्ति थे।
- जब डाकू ने धोखा दिया, तब भी उन्होंने उसे माफ कर दिया।
- उन्होंने सिर्फ यह कहा कि इस बात को किसी से न कहे, ताकि लोग गरीबों से विश्वास न खो दें।
👉 मुख्य गुण: दयालु, संयमी, क्षमाशील, उच्च विचारों वाले
2. डाकू खड्गसिंह
- खड्गसिंह एक डरावना और ताकतवर डाकू था।
- वह जो चीज़ पसंद करता, उसे जबरदस्ती ले लेता था।
- जब उसने सुलतान को देखा, तो उसे पाने की लालच हुई।
- उसने बाबा को अपाहिज बनकर धोखा दिया और घोड़ा चुरा लिया।
- लेकिन बाबा की नेकी और विनम्रता देखकर उसका मन बदल गया।
- वह पछताया और घोड़ा वापस लौटा दिया।
👉 मुख्य गुण: लालची (शुरुआत में), चालाक, शक्तिशाली, परंतु पश्चाताप करने वाला
🐴 3. सुलतान (घोड़ा)
- सुलतान एक सुंदर, तेज और बलवान घोड़ा था।
- वह बाबा भारती का प्रिय साथी था।
- उसकी चाल मोर की तरह सुंदर बताई गई है।
- जब डाकू ने उसे चुराया, तब भी वह अपने मालिक की आहट पहचान गया।
- वह वफादार और समझदार था।
👉 मुख्य गुण: सुंदर, तेज, वफादार, प्रिय
Character Sketch of Baba Bharti, Khadag Singh and Sultan
Here is a brief and simple character sketch of the three main characters from the story “Haar Ki Jeet” suitable for Class 6 students:
1. Baba Bharti
- He was a kind and spiritual sadhu (saint).
- He had left all worldly things and lived a quiet life.
- He deeply loved his horse Sultan and took care of him himself.
- Even after being cheated by Khadagsingh, he did not get angry.
- He showed forgiveness and high thinking.
- His main quality: Compassionate, calm, and wise.
2. Khadagsingh (The Dacoit)
- He was a famous and feared dacoit (robber).
- He was strong, clever, and greedy.
- When he saw the horse Sultan, he wanted to steal it.
- He tricked Baba Bharti by pretending to be a disabled man.
- But later he realized his mistake and returned the horse.
- His main quality: Strong, selfish (at first), but later regretful and changed.
3. Sultan (the Horse)
- Sultan was a beautiful, strong, and fast horse.
- He was very dear to Baba Bharti.
- He was loyal and intelligent.
- Even when taken by the dacoit, he recognized Baba’s footsteps when he returned.
- His main quality: Graceful, faithful, and loved by all.